saturday, january 2, 2010
sath sath
वो पल भी क्या पल थे
जब वो करीब थे
न जाने कब उन को
उन पलओ की
कीमत बता बैठे
उन की आहे
और नजर लगा बैठे
अब सोचते हैं यह क्या
कर बेठे आपने हाथो
आपना सपना खों बेठे
मगर वो पल बहुत कीमती हैं
यह ही सोच कर हम जीने
की तम्मना कर बेठे!!
**daisy aggarw
jindagi ke kuchh pal bahut behatareen hote hain.......lekin unko sahejna parta hai.....ta-jindagi apne se jode rakhne ke liye
ReplyDeleteek khubsurat rachna........dil me basane layak..:)
dhanayawad bolo ya aapko hatts of u
ReplyDeleteaisey hin humey hoosla detey rahey
mukesh ji